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राग पूरिया-धनाश्री

आरोह-अवरोह

,नि रे१ सा ; ,नि रे१ ग म् प ; म् ध१ नि सा' - 
सा' नि ध१ प म् ग म् रे१ ग रे१ सा;


स्वर लिपि

स्वर रिषभ व धैवत कोमल। मध्यम तीव्र। शेष शुद्ध स्वर।

जाति सम्पूर्ण - सम्पूर्ण वक्र

थाट पूर्वी

वादी/संवादी पंचम/षड्ज

समय दिन का चतुर्थ प्रहर - संधि-प्रकाश राग

विश्रांति स्थान सा; ग; प; नि; - सा'; प; ग; रे१;

मुख्य अंग ,नि रे१ ग म् प ; प म् ग म् रे१ ग ; म् ध१ प ; म् ध१ नि सा'; नि रे१' ; नि ध१ प ; प ध१ प प म् ग म् रे१ ग ; रे१ सा;


Raag Puriya Dhanashri

Swar Notations

Swaras Rishabh and Dhaivat Komal. Madhyam Teevra. Rest All Shuddha Swaras.

Jati Sampurna-Sampurna Vakra

Thaat Poorvi

Vadi/Samvadi Pancham/Shadj

Time (3 PM - 6 PM) : 4th Prahar of the day : Sandhi Prakash Raag

Vishranti Sthan S; G; P; N; - S'; P; G; r;

Mukhya-Ang ,N r G M P ; P M G M r G ; M d P ; M d N S'; N r' ; N d P ; P d P P M G M r G ; r S;

Aaroh-Avroh

,N r S ; ,N r G M P ; M d N S' - 

S' N d P M G M r G r S;